केले के पत्ते में परोसा गया खाना होता है बहुत स्वादिष्ट, इसमें खाने से मिलते हैं कई फायदे
देश के कई हिस्सों में केले के पत्ते पर खाना खाया जाता है. कहीं-कहीं केले के पत्तों की पूजा भी की जाती है. केले के पत्ते के सबसे ऊपरी हिस्से में खाना परोसा जाता है. हजारों साल से चली आ रही इस परंपरा की कई अलग-अलग मान्यताएं हैं.
साउथ में तो यह परंपरा आज भी चलती है और वहां घर-घर लोग केले के पत्ते में खाते ही है. साथ ही बड़े होटलों में भी इसी तरह से खाना सर्व किया जाता है. लोग केले के पत्ते पर परोसे गए खाने को खाते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं केले के पत्ते पर खाना खाने के पीछे कई प्रकार की मान्यताएं हैं और इससे सेहत को कई फायदे भी होते हैं. चलिए जानते हैं केले के पत्ते में खाना खाने के क्या फायदे हैं.
हाइजीनिक
केले की पत्तियों को बहुत अधिक साफ करने की जरूरत नहीं होती है. ये बहुत ही हाइजीनिक होते हैं. थोड़े से पानी से साफ करके केले के पत्तों को इस्तेमाल किया जा सकता है. वहीं प्लेट में खाना खाने से पहले प्लेट को धोना पड़ता है, जिसमें डिटर्जेंट की ज़रूरत होती है जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है.
बीमारियां से बचाव
केले के पत्ते में खाना रखकर खाने से हमारे शरीर में किसी भी प्रकार का रासायनिक पदार्थ प्रवेश नहीं कर पाता है. वहीं केले के पत्ते पर खाना खाना स्वास्थ्य के लिहाज से बेहद फायदेमंद है. प्लास्टिक में गर्म खाना खाने से प्लास्टिक पिघल जाता है, जिससे कैंसर जैसी भयानक बीमारियां भी हमें हो सकता है.
खाने में बढ़ता है स्वाद
केले की पत्तियों पर मोम के जैसी एक ऊपरी परत होती है, जो बहुत पतली होती है इसका स्वाद बहुत अलग होता है. हम इस पर रखकर खाना खाते हैं तो वह मोम पिघलकर हमारे खाने में मिल जाती है, जिससे खाने का स्वाद और बढ़ जाता है.
बीमारियों से सुरक्षा प्रदान करने में सहायक
केले का पत्ता प्लांट बेस्ड कंपाउंड पॉलीफेनोल्स से भरपूर होता है. शरीर में मौजूद फ्री रेडिकल्स और दूसरी बीमारियों से सुरक्षा प्रदान करने का काम करता है. एक ओर जहां केले की पत्तियों को सीधे तौर पर बचाना संभव नहीं है वहीं केले के पत्ते में रखे खाद्य पदार्थ इससे पॉलीफेनोल्स को अवशोषित कर लेते हैं.
बैक्टीरिया का खात्मा
केले के पत्ते में एंटी बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं, जो खाने में मौजूद बैक्टीरिया को खत्म कर देते हैं और इससे बीमार होने की संभावना कम हो जाती है.